जिसने शिष्टता और नम्रता नहीं सीखी उसका बहुत सीखना भी व्यर्थ रहा।
कोयले की खदान में से हीरा ढूँढ़ निकाले। पुरातन बहुत विस्तृत है, उसमें से वही खोजें जो सही और सामयिक है।
जीवन को क्षण भंगुर कहा जाता है, इसका तात्पर्य यह है कि उसका एक क्षण भी बर्बाद न किया जाय।
महान कार्य शक्ति के सहारे नहीं, दूरदर्शिता के बल पर सम्पन्न होते हैं।