Quotation

August 1990

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

देवत्व की रक्षा करने से बढ़कर और कोई धर्म नहीं और देवत्व अपनाने से बढ़कर और कोई कर्त्तव्य नहीं।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles