घमंडी के लिए कहीं कोई ईश्वर नहीं। ईर्ष्यालु का कोई पड़ोसी नहीं और क्रोधी का कोई मित्र नहीं।
अच्छी से अच्छी उम्मीदें करो, किन्तु बुरी से बुरी परिस्थितियों के लिए तैयार रहो।