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September 1986

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मनुष्यों पशुओं से इसलिए अधिक श्रेष्ठ है कि उसमें बुद्धिमत्ता और भावना की विशेषता रहती है।

जो पुस्तकें तुम्हें अधिक सोचने के लिए विवश करती हैं, उनको ही जानदार मानो।

कायर केवल नीति की बातें करते हैं बहादुर उसकी रक्षा के लिए मिटते हैं।

दृष्टि के अनुरूप सृष्टि बनती है। अपनी दृष्टि बदलो ताकि नई सृष्टि का दर्शन और संपर्क ले सको।

सिंह, हाथी अपनी शक्ल-सूरत व सामर्थ्य वाले बच्चे जनते हैं। हमारी आन्तरिक अभिलाषा एक ही है जो हमें अपना समझते हैं, जिन्हें हम अपना समझते हैं, वे युग नेतृत्व करें। अपने आपको आदर्शों के राजमार्ग पर चलाएँ और नैतिक, बौद्धिक, सामाजिक क्षेत्र में प्रगतिशीलता की क्रिया-प्रक्रिया अपनायें। समर्थ नाविक की तरह अपनी मजबूत पतवार वाली नाव पर बिठाकर स्वयं पार हों, अन्यान्य असंख्यों को पार लगाएँ, ऊँचा उठाएँ और ऐसा वातावरण बनायें जिससे सर्वत्र बसन्त-सुषमा बिखरी दृष्टिगोचर हो।


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