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September 1986

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प्राणी और पदार्थ स्थिर नहीं रहते वे आते हैं और चले जाते हैं। व्यक्तियों की प्रकृति में भी स्थिरता नहीं। उनकी घनिष्ठता, उपेक्षा और शत्रुता में भी बदलती रहती है। इसलिए तुम उनके साथ कर्त्तव्य के नाते उसी सीमा तक जुड़ो, जिसमें वियोग या परिवर्तन पर पश्चाताप न करना पड़े।

प्यार करने योग्य एक परमेश्वर ही है। उसी की प्रीति सच्ची है। सब के बदल जाने पर भी वह बदलने वाला नहीं है। उसी को पकड़ो जो तुम्हें छोड़ने वाला नहीं है।

टामस केम्पस

नारी का निजी जीवन, शिशु निर्माण, परिवार और समाज, गृह उद्योग आदि अनेक विषयों से संबंधित है। इन प्रसंगों पर प्रामाणिक पुस्तकें उन महिलाओं तक पहुँचती रहनी चाहिए, जो स्कूली पढ़ाई तो पूरी कर चुकीं, पर बाद में आवश्यक विषयों को पढ़ने समझने के लिए न अवसर मिला, न साधन। इस कमी को पूरा करने के लिए ऐसे झोला पुस्तकालय चलाने चाहिए जो बिना कुछ फीस लिए सत्साहित्य शिक्षित महिलाओं तक पहुँचाने और वापस लेने का काम करते रहें। शिक्षित महिलाओं का कर्त्तव्य है कि वे अशिक्षित बहिनों में प्रगतिशील पुस्तकों के माध्यम से युग चेतना उत्पन्न करें।

महिलाओं में से अनेक विधवाएँ, परित्यक्ताएँ, कुमारिकाएँ ऐसी हैं, जिन पर घरेलू बंधन बहुत कड़े नहीं हैं। वे अपने समय का बड़ा भाग महिला प्रगति के लिए लगायें तो इस क्षेत्र में उत्कर्ष का प्रयोजन बड़ी मात्रा में सिद्ध हो सकता है।


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