आवाज बंद करने को कहा (Kahani)

November 1986

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खेत सींचने के लिए रहट चल रहा था। घुड़सवार ने अपने घोड़े को उसकी नाली पर पानी पिलाने के लिए मोड़ा।

रहट चलने की आवाज हो रही थी। घोड़ा अजनबी था। आवाज उसने पहले कभी सुनी न थी सो भड़का और पानी तक पहुँचने से पहले ही बिदक गया।

सवार ने रहट चलाने वाले से आवाज बंद करने को कहा। सो उसने चलाना बंद कर दिया। घोड़े को पकड़ कर नाली तक लाया गया तो उसमें पानी ही नहीं चल रहा था। घोड़ा पीता क्या?

सवार ने रहट वाले से कहा- मैंने आवाज बंद करने के लिए कहा था, तुमने तो पानी भी बंद कर दिया।


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