क्या आप बतायेंगे मूर्ख कौन है और बुद्धिमान कौन? एक बार एक मित्र ने प्रेसीडेन्ट जानसन से यह प्रश्न किया। जानसन ने सहज भाव से उत्तर दिया- जो केवल अपने अनुभवों को प्राथमिकता देता है, उन्हें ही सब कुछ मानता है वह मूर्ख है। जो दूसरों के अनुभवों से भी लाभ उठाये वह बुद्धिमान्। जानसन ने इसी तारतम्य में मुस्कराते हुये कहा- और जो अपने, पराये किसी के अनुभव से लाभ न उठाये वह तो निरा पशु ही कहा जायेगा।
ग्रीनलैण्ड में एक निकिल और लोहे जैसी मिश्रित धातु का उल्का पिण्ड गिरा। वह 67 टन का था। वायु का घर्षण उसे गरम भर कर सका, जला नहीं सका।
उत्तरी कनाडा में एक उल्कापात के कारण 70 फुट गहरा क्रेटर बना। उसकी लम्बाई एक सिरे से दूसरे सिरे तक 6 मील थी।
हम जो कुछ जानते और समझते रहे हैं, उसी को सब कुछ न मानते हुए हमें यह भी सोचना चाहिए कि जानने योग्य अभी बहुत कुछ बाकी है। उसे जानने के लिए हमें अपने कानों और आँखों को खुला ही रखना चाहिए।