अखंड ज्योति के ज्ञान यज्ञ में जिन महानुभावों ने निस्वार्थ भाव से ग्राहक बनाने की सहायता दी है, उनके प्रति अखंड ज्योति के कार्यकर्ता आन्तरिक कृतज्ञता प्रकट करते हैं और अन्य प्रेमीजनों से आशा करते हैं कि इस नवयुग-अनुष्ठान में अपनी शक्ति भर सहायता करें।
इस मास के सहायकों की शुभ नामावली-
(1) श्री चुन्नीलाल जी राज पुरोहित, डोमर। (2) श्री रामजीलाल शर्मा, नीमच केण्ट। (3) द्विवेदी भेरुलाल ईश्वरलाल शर्मा, धामली। (4) श्री शालीगराम रघुवरदयाल आढ़ती, तिलहर। (5) पं. चिन्तामणि पाँडेय, लखनऊ। (6) वि. रामस्वरूप जी ‘अमर’, तालवेहट। (7) पं. रामेश्वर दयाल ‘दिग्धर’ गोरमी। (8) श्री छविलाल सेठ, दमोह। (9) श्री लक्ष्मीनारायण गुप्त ‘कमलेश’ मौदहा। (10) श्री भगवानसिंह जी गौतम, अध्यापक सितलहा। (11) श्री पूर्णशंकर रावल, डूँगरपुर स्टेट। (12) श्री रामलाल जी मलिक, कराची। (13) मास्टर धनीराम जी हैड जावर, ग्वालियर। (14) श्री रूपचन्द जी हैड मास्टर मुल्तान। (15) श्री नरसिंहदास चितलाग्या, राजनाँद गाँव।