व्यक्ति की महत्ता देखकर ही उसका कथन अंगीकार न करो। हो सकता है कोई सुन्दर व्यक्ति कोई चित्र बनाये और यह भी संभव है कि किसी कुरूप ने सुन्दर चित्र विनिर्मित किये हों।