इस कीर्ति स्तम्भ में अपना नाम लिखायें
240 टोलियाँ निकालने के लिए शान्तिकुँज की गाड़ियाँ अपर्याप्त हैं। अपने जिन भावनाशील परिजनों के पास जीपें, एम्बैसडर अथवा मैटाडोर आदि उपलब्ध हैं, उनसे अनुरोध है कि वे अपनी गाड़ी अपना ड्राइवर अक्टूबर 91 से अप्रैल 92 तक के लिए अथवा न्यूनाधिक समय के लिए शांतिकुंज को अमानत के तौर पर इस विराट साधना में भागीदारी का अक्षय पुण्य मान कर दें ताकि साधना सम्मेलनों की भारी माँग को पूरा किया जा सके। ईंधन खर्च तथा आयोजन की अवधि में टूट-फूट मरम्मत की जिम्मेदारी शान्तिकुँज की होगी।
सहयोगियों से विनम्र निवेदन है कि गाड़ियों के टैक्स, इंश्योरेंश तथा वाहन चालक के लाइसेंस भेजने से पूर्व सुनिश्चित कर लें।
कार्यक्रम आगामी आश्विनी नवरात्रि से ही प्रारम्भ हो जायेगा। इन आयोजनों की घोषणा इन दिनों चल रहे शिविरों और सम्मेलनों में भी की जा रही है, सो माँग का एक बड़ा भाग यहीं पूरा हो रहा है। अतएव जिन्हें यह कार्यक्रम रखने हों, वे अगस्त के प्रथम सप्ताह तक आवेदन अवश्य भेज दें।
-ब्रह्मवर्चस्