देश का दर्द (Kahani)

May 1987

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एक किसान गान्धीजी के दर्शन करने पहुँचा। नंगे सिर देखकर उसे आश्चर्य हुआ। पूछा-गान्धी टोपी दुनिया भर में मशहूर है, फिर आप स्वयं गान्धी होते हुए भी वह टोपी क्यों नहीं लगाते?

गान्धीजी ने उसके सिर पर बँधे हुए लम्बे चौड़े साफे की ओर इशारा करते हुए कहा-जब एक-एक व्यक्ति इतना कपड़ा, सिर पर लपेटेगा तो बहुतों को नंगे सिर रहना पड़ेगा। ऐसे ही लोगों में से एक, आप मुझे भी समझ सकते हैं।


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