राजसूय यज्ञ (Kahani)

December 1986

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राजसूय यज्ञ हुआ। सभी प्रमुख व्यक्तियों को काम बाँट दिए गए। कृष्ण को अधिक सम्मानित समझकर कोई काम नहीं दिया गया।

कृष्ण को खाली समय गंवाना बुरा लगा और खोज कर अपने लिए एक महत्वपूर्ण काम निकाल लिया। अतिथियों के पैर धोना और जूठी पत्तलें उठाना।


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