छोटे को छोटा मत समझो क्योंकि उसमें भी विराट भरा हुआ है। हाँ! विराट को अनुभव करना चाहते हो तो स्वयं को इतना छोटा बना लो कि तुमसे छोटा और कोई रह न जाये।
-महाप्रभु ईसा