समयदान हेतु महाकाल का आमंत्रण
परमपूज्य गुरुदेव ने कहा-हमारे विचार, क्राँति के बीज हैं। ये युगपरिवर्तन करने में समर्थ हैं। यदि आप हिम्मत करके कदम बढ़ाएँ हमारे साथ, तो बात बन जाएगी। महाकाल अपनी शतो। पर आपको आमंत्रण दे रहा है। हमारे साहित्य को घर-घर पहुँचाएँ, यह साहित्य लोगों के विचारों में परिवर्तन लाएगा और इक्कीसवीं सदी में उज्ज्वल भविष्य लाने का श्रेय आपको मिल जाएगा।
पूज्यवर रचित वाङ्मय, जो उनका मूर्तिमान स्वरूप है, घर-घर पहुँचे-इसके लिए यदि आप दो माह का समयदान दे सकते हैं, तो निम्न जानकारियों सहित आवेदन भेजें। टोलियाँ 1 दिसंबर 19 99,1 फरवरी 2000,1 अप्रैल 2000, 1 जून 2000 से निकलेंगी।
कृपया अपना नाम-पता, फोन नं., आयु, शिक्षा, पद-व्यवसाय, आप पर कौन-कौन आश्रित हैं? गायत्री परिवार से कब जुड़े? समयदान की अवधि का विवरण देते हुए पत्र-व्यवहार करें।
व्यवस्थापक अखण्ड ज्योति संस्थान, मथुरा