लन्दन के उत्तरी यार्क शायर के एक गाँव में जान सावर्स एक पव (सराय) चलाता था। उसी में मद्यपान की भी व्यवस्था थी।
जब मरा तब उसकी आयु 77 वर्ष की थी जब मरा तो अपनी इमारत की बरामदे में ही अपनी एक नकली कब्र बनवाई। उसकी एक गुफा में टेप रिकार्डर बजता रहता था। जो आगंतुकों से कहता दुनिया में शराब के मजे हैं। उसे जी भरकर पिया कीजिए ताकि लम्बी आयु का बोझा न ढोना पड़े।’ मेरे समीप आपको जल्दी पहुँचाने में यह शराब ही कारगर तरीका है।
आगन्तुक भी पीते तो थे, पर खतरे से डरते हुए रुक-रुक कर।