VigyapanSuchana

December 1999

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प्रतिभाओं को आमंत्रण

परमपूज्य गुरुदेव रचित वाङ्मय के 70 खंडों के प्रकाशन के बाद शेष 38 खंडों का संपादन-प्रकाशन होना है, साथ ही सभी 107 ग्रंथों का गुजराती तथा अंग्रेजी संस्करण प्रकाशित किया जाना है। इस मिशन के साहित्य संपादन में जिन परिजनों की अभिरुचि हो तथा योग्यता प्राचार्य, प्रोफेसर, व्याख्याता स्तर की हो एवं समर्पण भाव से निम्न क्षेत्रों में से किसी में लगभग एक-दो वर्ष तक का समयदान दे सकते हों, कृपया संपर्क करें।

(क) अंग्रेजी अनुवाद

अन्य विवरण के साथ हिंदी से अंग्रेजी अनुवाद का अनुभव, प्रूफ रीडिंग अनुभव एवं अगस्त मास की अखण्ड ज्योति पत्रिका पृष्ठ क्रमांक 55,56,57 का अनुवाद भी संलग्न करें।

(ख) गुजराती अनुवाद

अन्य विवरण के साथ हिंदी से गुजराती अनुवाद का अनुभव, प्रूफ रीडिंग अनुभव एवं अगस्त मास की अखण्ड ज्योति पत्रिका पृष्ठ क्रमांक 55,56,57 का अनुवाद भी संलग्न करें।

वाँछित अन्य विवरण- नाम, पता, फोन नं, आयु, पारिवारिक उत्तरदायित्व, योग्यता, स्वास्थ्य, पता/व्यवसाय, कार्य-अनुभव समयदान की अवधि, गायत्री परिवार से जुड़ने का वर्ष।

संपर्क सूत्र अखण्ड ज्योति संस्थान, मथुरा


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