यदुकुल के लड़के अनुशासन के अभाव में बड़े उद्दंड हो गये थे। उनने बड़ों के साथ शिष्टाचार बरतने तक की मर्यादा छोड़ दी थी। एक मुनि समीप वन में तप कर रहे थे। लड़कों को उनका उपहास करने की सूझी। वे एक लड़के को वधू के कपड़े पहनाकर पेट पर लोहे का मूसल बाँधकर ले गये और पूछने लगे-बताइए! इसको लड़का होगा या लड़की।
मुनि उनका उपहास समझ गये। उनने शाप दिया कि इससे जो भी होगा वह तुम्हारे सारे वंश का नाश करेगा।
ऐसा ही हुआ। इस मूसल के शस्त्र बने। गृह युद्ध हुआ और उसी में मर-कट कर उस परिवार के सारे लोग समाप्त हो गये।