भलाई का अनुसरण (Kahani)

January 1993

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यदि तुम भलाई का अनुसरण परिश्रम के साथ करो तो परिश्रम चला जायेगा और भलाई रह जायेगी। यदि तुम बुराई का अनुसरण सुख के साथ करो तो सुख चला जायगा और बुराई रह जायेगी।


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