बकरी का पीछा (Kahani)

July 1988

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

शिकारी कुत्ते एक जंगली बकरी का पीछा कर रहे थे। वह भागकर एक हरी-भरी झाड़ी में छिप गई और कुत्तों की आँखों से ओझल हो गई।

जैसे ही दम मिला उसने झाड़ी के पत्तों को चरना शुरू कर दिया, सभी पत्ते खा डाले। अब झाड़ियों में से उसका छिपा शरीर दीख पड़ने लगा। कुत्तों ने उसे देख लिया और मार डाला।

संरक्षक के साथ जो बदी करते हैं वे इसी प्रकार के संकट में फँसते हैं।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles