Quotation

September 1987

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

कितनों ने प्रशंसा की, कितनों ने निन्दा की इसे मत देखो। कितना कमाया, कितना गंवाया, यह भी मत सोचो। उस राह को अपनाओ जिसे न्याय निष्ठ अपनाया करते हैं।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles