एक साधू ने नशेबाज को तालाब के किनारे चलते देखा तो साधु ने कहा- पैर डगमगाते ही गहरे गड्ढे में गिर पड़ोगे।
नशेबाज मसखरा भी था उसने कहा- स्वामीजी आप भी जो व्यवसाय कर रहे हैं उसमें चूके तो अनेकों अनुयायियों का बेड़ा गरम करेंगे।