धर्म मनुष्यों को एक-दूसरे से अलग करने के लिये नहीं, बल्कि उनको बाँधने के लिये होता है। जो धर्म भेदभाव सिखाता है, वह असली नहीं हो सकता।
-डे बुक आफ थाट्स