मनोबल और सहयोग (Kahani)

January 1991

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फ्राँस बड़ा देश था हालैंड छोटा। एक बार फ्राँस ने हालैंड पर हमला किया पर बहुत प्रयत्न पर भी वह जीत न सका।

फ्राँस के शासक ने सेनापति को बुलाकर पूछा कि क्या कारण है कि हम लोग इतने साधन सम्पन्न होते हुए भी एक छोटे से देश को न जीत सके।

सेनापति ने नम्रतापूर्वक कहा लड़ाइयाँ मात्र साधनों के बल पर ही नहीं जीती जातीं। उस देश के नागरिकों का मनोबल और सहयोग भी इसमें अपेक्षित होता है। इस दृष्टि से हालैंड के नागरिक हम से आगे हैं और वे सहज पराजय स्वीकार नहीं करते।


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