VigyapanSuchana

July 1990

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ज्ञातव्य

परम पूज्य गुरुदेव की पावन स्मृति में श्रद्धांजलि स्वरूप आगामी अगस्त-सितंबर माह का अखण्ड-ज्योति पत्रिका का संयुक्तांक प्रकाशित होगा जो परिजनों को अगस्त अंत तक मिलेगा। यह नियमित पत्रिका से काफी बड़े आकार का व रंगीन होगा। सभी नियमित पाठकों की यह विशेषाँक प्राप्त होगा। इसके बाद अगला अंक अक्टूबर माह में निकलेगा।

लगन और भावनाओं का मूर्तिमान स्वरूप इन्हीं गुणों का उपदेश देता हुआ चिरनिद्रा में लीन हो गया। महानतम वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा “डॉ. बसु का एक-एक कार्य इतना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक के लिए विजय स्तम्भ स्थापित किया जाना चाहिए। “अच्छा हो यह स्थापना पाषाण शिलाओं की न होकर जाग्रत, जीवन्त, सतेज व्यक्तियों के रूप में हो। हम स्वयं उनकी कर्मठता भावनाशीलता को अपने में सँजो सकें। स्वयं में समाज देवता को सर्वस्व अर्पण करने का साहस जुटा सकें। हमारे दिल की धड़कनों में पीड़ितों की आवाज उभर सके तो निःसन्देह स्तम्भ के रूप में स्थापित हो सकेंगे।


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