बुराई आदमी को पहले अज्ञानी व्यक्ति के सम्मान मिलती हैं और हाथ बाँधकर नौकर की तरह उसके सामने खड़ी हो जाती हैं। फिर मित्र बन जाती हे और निकट आ जाती हैं, फिर मालिक बनती है और आदमी के सिर पर सवार हो जाती है एवं उसको सदा के लिए अपना दास बना लेती है।