आकाश से धरती पर प्रतिदिन प्रायः एक हजार बिजली गिरती है। एक विद्युत प्रहार में लगभग दस लाख वोल्ट जितनी क्षमता रहती है। वह सारा प्रहार एक बारगी एक क्षेत्र में हो तो उसके कारण तीन हजार वर्ग मील का एरिया पूरी तरह जलकर नष्ट हो सकता है। बिखराव ही है जो इस अनिष्ट से धरती की, धरती वालों की रक्षा करता है। फिर वातावरण में ऐसी विशेषता भी रहती है जिसके कारण अनिष्ट बहुत थोड़ी मात्रा में ही विपत्ति उत्पन्न कर पाता है।