ईश्वर कैसा है और कहां है इस झंझट में भले ही न पड़ो, पर यह तो देखो कि तुम्हें किस लिए बनाया और किस तरह जीने के लिए कहा।
परमेश्वर तुम्हारा रूप धारणा करने को इस शर्त पर तैयार है कि तुम उसका रूप धारण करो।