मेघ गर्जन को सभी देखते और गड़गड़ाहट को सभी सुनते हैं। पर यह विरले ही जानते हैं कि इन दोनों के पीछे बिजली की तड़पन काम करती है। दृश्यमान कृत्यों के पीछे अदृश्य उमंग की भूमिका रहती है।