Quotation

October 1984

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जब तक अपने को उठाने और सुधारने को तुम स्वयं तैयार नहीं होते तब तक कोई दूसरा तुम्हें उठा या सुधार नहीं सकता।

क्रोधान्ध एक प्रकार का पागल है। वह न कहने योग्य वचन बोलता है और न करने योग्य काम करता है। बदला लेने के आवेश में वह दूसरों का जितना अहित करता है, उससे अधिक गुना अपना कर लेता है।


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