किसी सराय में एक व्यक्ति रात्रि विश्राम के लिए रुका। रात्रि को भोजन करके सो गया। प्रातः अपने गन्तव्य को चल दिया। एक वर्ष बाद वह पुनः सराय मालिक से मिला। मालिक ने आश्चर्य के साथ पूछा- “आप जीवित कैसे?” यात्री ने पूछा- “क्यों क्या बात है?”
सराय मालिक ने कहा- “एक वर्ष पूर्व आप रात्रि को हमारे यहाँ ठहरे थे। उस रात भोजन में एक जहरीला साँप गिर गया था। विषाक्त भोजन करने वाले अन्य पाँच व्यक्ति दूसरे दिन मर गये। पर आज आपको जीवित देखकर मुझे भारी अचरज हुआ। मैं तो आपको मृतक ही मान रहा था।”
वह व्यक्ति यह घटना सुनकर इतना अधिक भयभीत हुआ कि तुरन्त बेहोश होकर जमीन पर गिरा और थोड़ी ही देर बाद हृदय की धड़कन बन्द होने से उसकी मृत्यु हो गयी।