अपने कदम प्रकाश की ओर उठें तो छाया पीछे-पीछे चलेगी। किन्तु यदि छाया को पकड़ने की कोशिश की गई तो वह हाथ आना तो दूर, तेजी से और दूर भागती जाएगी।