VigyapanSuchana

July 1952

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

अखण्ड-ज्योति के पाठकों को सूचना :-

अखंड ज्योति के पाठकों को खेद के साथ सूचित करना पड़ता है कि जनवरी से लेकर मई 52 तक का अखण्ड ज्योति का अब एक भी अंक स्टॉक में नहीं बचा है। जिनका इनमें से कोई अंक गुम गया हो वे अब उसे दूसरा मँगाने के लिए न लिखें। अंकों के बिलकुल समाप्त हो जाने के कारण अब भेजने में विवशता है।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles