विवेक पर छोड़ दिया (kahani)

May 1993

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एक पादरी प्रोफेसर बाइबिल के बहुत भक्त थे ईसा के उस प्रसंग की प्रायः दुहराया करते थे कि कोई एक गाल पर तमाचा मारे तो उसके आगे दूसरा भी कर दो।

कुछ-कुछ गुण्डे इस कथन को ध्यानपूर्वक सुना करते उनने एक षड़यंत्र बनाया। दो मिल कर साथ-साथ गये। पादरी के एक गाल पर तमाचा मारा उनने बदले में दूसरा गाल भी कर दिया। दो करारे चपत लगाने के बाद वे उनके पास जो कुछ था उसे लुटने के लिए तैयार हो गये।

पादरी तगड़ा था उसने दोनों गुण्डों को दबोच लिया और अच्छी खासी धुनाई की। जान बचाकर भागते हुए उनने कहा आप तो बाइबिल के अनुयायी हैं फिर इस प्रकार व्यवहार क्यों करते हैं।

पादरी ने कहा बाइबिल में दो चपतें खाने भर की बात की है। इससे आगे का व्यवहार मनुष्य के अपने विवेक पर छोड़ दिया गया है। मैंने उसी का उपयोग किया है और तुम्हें मजा चखाया है।


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