सनकों के शिकंजे (kahani)

April 1993

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सॉमर सेट माम मेज पर रखी हुई हर पुस्तक या कागज पर एक तिरछी आँख का चिन्ह बनाया करता था। संगीतकार एटिको ज्योतिषियों से पूछे बिना घर में बाहर तक नहीं निकालता था। पोलैंड का पियानो वादक अपने बैठने के स्टूल को कितनी ही बार इधर से उधर खिसकाया करता था। जर्मनी का कवि बर्फ में पैर डालकर तब कविता लिखता था। इंग्लैंड के कवि शैली राष्ट्राध्यक्ष के नाम पत्र लिखकर शीशी में बन्द करके समुद्र में बहा देते थे और सोचते थे कि यह उन तक पहुँच जायेगा।

बड़े समझे जाने वाले भी सनकों के शिकंजे में फँसते रहते हैं।


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