Quotation

April 1993

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

दुःख और गतिरोध किसी अनौचित्य का प्रतिफल है भले ही वह अपना किया हो या किसी अन्य का। सन्मार्ग अपनाये जाने पर दुःख या तो मिलता ही नहीं अथवा वह असह्य नहीं होता।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles