यों माता को संतान के निर्माण में प्रत्यक्ष और परोक्ष भूमिकाएँ विशेष रूप से निभानी पड़ती है किन्तु वस्तुस्थिति यह भी है कि पति अपने ढाँचे में पत्नी को ढालता है।
अज्ञातवास के समय भीम ने एक वनवासी महिला को अपनी पत्नी के रूप में रख लिया था। नाम था उसका हिडम्बा। वन्य जीवन जीने के कारण उसमें जन्मजात सुसंस्कारिता तो न थी पर उस कमी की पूर्ति भीम ने की। मैंने उसकी सेवाओं का लाभ ही नहीं उठाया।
हिडम्बा ने महाबली घटोत्कच को जन्म दिया। उसका बेटा बर्बरीक था। दोनों ने ही महाभारत के समय महाबली महारथी जैसी भूमिका निबाही। जब कि हिडम्बा के निजी वंश परम्परा में ऐसे उत्पादन का कोई उदाहरण न था।
पिता यदि चाहे तो पत्नी को बच्चों के उच्चकोटि के विकास में सक्षम बना सकता है।