कई बार पुराने खंडहर गिराने और पुराने कपड़े बदलने पड़ते हैं, यही बात प्रचलनों के सम्बन्ध में भी है, कई बार नए विवेकपूर्ण प्रतिपादन भी इतने सुन्दर होते हैं जैसे ओस बिन्दुओं से शोभायमान नवोदित कमल पुष्प।