जापान के मुसाशी प्रांत का निवासी हनावा हाकेची सात वर्ष की आयु में ही अंधा हो गया था; किंतु उसने अपनी मस्तिष्कीय चेतना को इतना प्रखर बनाया था कि 4,00,000 हस्तलिपि की विषय-सूची तैयार कर सकता था। उसने एक ऐसी पुस्तक संकलित की, जिसके 2820 खंड हैं। ऐसी विशाल पुस्तक आज तक दुनिया में किसी ने भी नहीं लिखी। उसने बागाक्सी में एक स्कूल भी खोला, जिसमें जापानी साहित्य का अध्यापन वह स्वयं किया करता था।