दार्शनिक कानफ्युनियस जब मरने लगे तो शिष्यों को अपना मुंह फाड़कर दिखाया कि ‘‘जीभ पहले जन्मी पर अभी तक जिन्दा है। दाँत बाद में जन्मे पर पहले उखड़ गये। कठोर पहले हारता है और कोमल बहुत दिन सफल रहते हैं। मेरी इस शिक्षा को सदा याद रखना’’ इतना उपदेश देकर उनने अपनी आंखें बन्द कर ली।