अपने बारे में औरों से पूछो, अपनी आत्मा से विश्वस्त और दृढ़तापूर्वक जानकारी दूसरा नहीं दे सकता। साँसारिक दृश्य पर देवता मोहित नहीं होते, क्योंकि वे निरन्तर अंतर्दृष्टि रखने के कारण अपने भीतर ही वह सब प्राप्त कर लेते हैं, जिनके लिये मनुष्य बाहर भटकता रहता है।