Quotation

December 1992

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

मिष्ठान्न का नामोच्चारण करने भर से मुँह न मीठा होता है और न पेट भरता है। ईश्वर की रट लगाने और धर्म की दुहाई देने से भी हाथ कुछ नहीं आता।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles