किसी ने नदी से पूछा-तुम्हारा पानी मीठा और समुद्र का खारी क्यों है?
नदी ने कहा-हमने देते रहने का व्रत लिया और वही शीतलता तथा मिठास हमारे पानी में है। समुद्र लाता और जमा करता रहता है उसी दुष्प्रवृत्ति ने उसे खारी बना दिया है।