उसे खारी बना दिया (Kahani)

August 1988

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किसी ने नदी से पूछा-तुम्हारा पानी मीठा और समुद्र का खारी क्यों है?

नदी ने कहा-हमने देते रहने का व्रत लिया और वही शीतलता तथा मिठास हमारे पानी में है। समुद्र लाता और जमा करता रहता है उसी दुष्प्रवृत्ति ने उसे खारी बना दिया है।


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