मत्स्य भगवान (कहानी)

December 1987

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एक बार मनु नाव में वेद रखे हुए जा रहे थे कि समुद्र में तूफान आ गया। तूफान शांत हुआ तो उन्होंने देखा कि एक बड़ी मछली उनकी नाव को सहारा दिए खड़ी है। मनु ने विनीत भाव से पूछा— "भगवान! आपने ही मेरी रक्षा की, आप कौन हैं? मत्स्य भगवान दिव्य रूप में प्रकट होकर बोले"— वत्स! तू ने ज्ञान की रक्षा का व्रत लिया, इसलिए तेरी सहायता के लिए मुझे आना पड़ा।


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