दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों की स्वाभिमान रक्षा के लिए गान्धी जी ने सत्याग्रह की योजना बनाई और पता लगाया कि इस कार्य में सहयोग देने के लिए सच्चे सत्याग्रही कितने हैं। ऐसे सिर्फ 40 गिने गये, शेष सहानुभूति तो दिखाते थे पर झंझट में पड़ने को तैयार न थे।
गाँधी जी ने कहा- यदि सच्चे 40 साथी मौजूद हैं तो सत्याग्रह चलेगा और सफल होगा। हुआ भी वैसा ही। सच्चे आदर्शवादी दृढ़ निश्चयी थोड़े से भी हों तो बहुत काम हो सकता है।