Quotation

November 1972

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पाकिस्तान में कैद रहने के समय बँगला बंधु शेख मुजीबुर्रहमान रवीन्द्रनाथ टैगोर का एक गीत निरन्तर गुनगुनाया करते थे ।

उस गीत का सार है- ‘जीत हम सचाई की राह पर चलने वालों की ही होगी। यह दुनिया मानवों के लिये बनाई गई है- दानवों के लिये नहीं।’


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