शरीर दानियों में कीर्तिमान न्यूयार्क निवासी 57 वर्षीय रिचार्ड ऐने का है। उसे शिर में घातक चोट लगी थी और पहले से शरीर कमजोर था। सोचा ऐसा शरीर यदि जीवित भी रहा तो उससे कुछ बनने वाला नहीं, फिर क्यों न इसके सक्रिय कल पुर्जे दूसरों को दान कर दूँ। यह विचार उसके मन में घर कर गया।
सही होश हवास की स्थिति में डाक्टरों और न्यायाधीश की साक्षी में वसीयत की कि वह स्वेच्छा पूर्वक बिना किसी दबाव, लोभ या भय के अपने दिल, लीवर, गुर्दे, आंखें, फेफड़े जैसे महत्वपूर्ण अंग अन्य रोगियों की आवश्यकता पूरी करने के लिये दान दे रहा है।
उसकी वसीयत स्वीकार करली गई। डाक्टरों ने साड़े चार घंटे के आपरेशन में वे सारे अंग निकाल लिये। इस दान से छह अन्य रोगियों को नव जीवन प्राप्त हुआ। यह अपने ढंग का प्रथम अंग दान कीर्तिमान है।