Quotation

August 1970

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

जलान्तश्चन्द्रपलं जीवितं खलु देहिनाम्।

तथाविधिमिति ज्ञात्वा शाश्वात्कल्याण-माचरेत्॥

देहधारियों का जीवन निश्चय करके पानी के भीतर चन्द्रमा के बिंब के समान चंचल है, ऐसा इसे जानकर सर्वदा कल्याण करना चाहिये।


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles