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August 1970

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यमश्च नियमश्चैव तृतीयमासनं मतम्।

प्राणायामस्तथागार्गी प्रत्याहारश्च

धारणा।

ध्यानं समाधिरेतानि गाडाँनि

निबोध मे॥

हे गार्गी! तू यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारण, ध्यान, समाधि- इन अंगों को ही योग के आठ अंग जान।


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