VigyapanSuchana

May 1964

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भूल सुधार

मार्च अंक के अन्तिम कवर पृष्ठ में ‘अनन्त पथ का राही हूँ’ शीर्षक कविता के लेखक स्थान पर लेखक का नाम भूलवश डॉ. राजकुमार छप गया है। वस्तुतः इस कविता के रचयिता राजकुमार जी ‘भारतीय’ जबलपुर हैं। पाठक सुधार लेने की कृपा करें।

-सम्पादक


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