शिक्षा वह जो हाथों को आजीविका, उपार्जन सिखाये और मानवीय दायित्वों का निर्वाह सिखायें। जो शिक्षा पेट के लिए पराधीनता सिखाये और मन के लिए विलासिता का आवरण उढ़ायें वह किस काम की?